डॉ. राजेंद्र प्रसाद स्वतंत्र भारत के पहले राष्ट्रपति थे
यह भारत गणराज्य को आकार देंने में प्रमुख वास्तुकारों में से एक थे
इनका विवाह 13वर्ष की बाल्यावस्था में ही राजवंशी देवी से हो गया था
1930 में इन्हे नमक सत्याग्रह में भाग लेने के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया था
इन्होंने स्वाधीन भारत में केंद्रीय मंत्री के रूप में भी कुछ समय काम किया था
1946 के चुनाव में सेन्ट्रल गोवेनमेंट की फ़ूड एंड एग्रीकल्चर मंत्री के रुप में सेवा दी
राजेंद्र प्रसाद को लगातार दो बार भारत का राष्ट्रपति चुना गया था
12 के साल राष्ट्रपति कार्यकाल के बाद इन्हे 'भारत रत्न' से सम्मानित किया गया था
इन्हे अंग्रेजी , हिन्दी, उर्दू, फ़ारसी व बंगाली भाषा और साहित्य भाषाओ का ज्ञान था।
28 फरवरी 1963 को भारत के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद की मृत्यु हो गयी