मोहर पर्रिकर जी  पहले IITian बने जिन्होंने  भारतीय राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली  थी 

गोवा के मुख्यमंत्री बनने के कुछ समय बाद  पर्रिकर की  पत्नी की  कैंसर से मृत्यु हो गई थी

 मनोहर पर्रिकर सादगी  पसंद व्यक्ति थे,इन्हे सार्वजनिक परिवहन से यात्रा करना ज्यादा  पसंद था 

भारत के अब तक के सबसे स्वच्छ मंत्रियों में से एक रहे पर्रिकर के नाम पर कोई भ्रष्टाचार के आरोप नहीं है 

 साल 2000 में गोवा में हुए विधान सभा चुनावों में बीजेपी पार्टी को जीत मिली और राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर पर्रिकर को चुना था 

किन्हीं कारणों से कार्यकाल ज्यादा समय तक नहीं चला और 2002 में इन्हे कुर्सी छोड़नी पड़ी थी  

 2014 में  चुनाव जितने के बाद बीजेपी पार्टी  की तरफ से पर्रिकरको देश का रक्षा मंत्री  चुना गया था 

 साल 2017 में पुनः गोवा के विधानसभा चुनाव में जीत के बाद मोहर पर्रिकर ने गोवा के  मुख्यमंत्री पद को संभाला था  

 पर्रिकर ने मुख्यमंत्री बनने के बाद भी सरकारी आवास में रहना गवारा नहीं किया और अपने  घर में ही रह रहे थे  

इन्हे 2018 में अग्नाशय के कैंसर चला और 17 मार्च, 2019 को, पणजी, गोवा में  पर्रिकर की मृत्यु हो गई